राष्ट्रीय बायोगैस योजना: किसानों के लिए लाभकारी योजना से जुड़े लाभ एवं उद्देश्य
Rashtriya Biogas Yojana: किसानों को सुविधा देने हेतु केंद्र सरकार नई-नई योजनाओं का संचालन कर रही है। खाद, बीज, कृषि उपकरण, समेत अन्य संयत्रों के लिए उन्हें सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में रोजगार मिले इसके लिए भी सरकार कई योजनाएं चला रही है। ऐसे ही एक योजना है राष्ट्रीय बायोगैस योजना, जिसके अंतर्गत ग्रामीण पशुपालकों को बायोगैस संयंत्र (Gobar Gas Plant subsidy) हेतु अनुदान दिया जाता है। राष्ट्रीय बायोगैस योजना क्या है, इसके क्या लाभ और उद्देश्य हैं, आइए इस योजना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी के बारे में जानते हैं।
Rashtriya Biogas Yojana Detail in Hindi
योजना का नाम | राष्ट्रीय बायोगैस योजना |
योजना का प्रकार | केंद्रीय योजना |
योजना की शुरुआत | 1981-82 |
लाभ | बायोगैस संयंत्र स्थापित करना के लिए अनुदान |
लाभार्थी | किसान/पशुपालक |
अधिकारिक वेबसाइट (Official website) | जानकारी नहीं है |

राष्ट्रीय बायोगैस योजना क्या है?
जैसा की हम सभी जानते हैं कि बायोगैस एक शुद्ध ज्वलनशील गैस है। प्रायः यह घरेलु इस्तेमाल में ईधन के रूप में उपयोग होती है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण पशुपालकों के घरों में बायोगैस संयंत्र लगाए जाते हैं। इससे पशुपालक पशुओं के गोबर से गोबर गैस/बायोगैस और उच्च क्वालिटी का खाद बना सकता है। संयंत्र स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित अनुदान भी दिया जाता है। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय बायोगैस योजना का संचालन नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय बायोगैस विकास कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 1981-82 में हुई थी।
योजना का उद्देश्य (Rashtriya Biogas Yojana)
ग्रामीण क्षेत्र में किसानों द्वारा मवेशियों को पाला जाता है। इन मवेशियों के गोबर को पशुपालक सड़क के किनारे, छत पर यह अन्य किसी खुले स्थान पर सड़ने छोड़ देते हैं। जिस वजह से वातावारण में प्रदुषण फैलता है और कई बीमारियाँ पैदा होती हैं। राष्ट्रीय बायोगैस योजना के अंतर्गत बायोगैस संयंत्र स्थापित किए जाते हैं, जिससे पशुपालक आसानी से गोबर व अन्य वानस्पतिक पदार्थों से बायोगैस और खाद बनाकर उसे इस्तेमाल कर सकता है। इससे गांव स्वच्छ बनते हैं और मवेशियों के गोबर का सही इस्तेमाल होता है।
राष्ट्रीय बायोगैस योजना का लाभ
- बायोगैस संयंत्र (Bio Gas Plant Subsidy) स्थापित करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है।
- केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार द्वारा भी अनुदान दिया जाता है।
- बायोगैस संयंत्रों को स्थापित करने में मदद, मरम्मत एवं रखरखाव हेतु बायोगैस विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाता है। इससे आप-पास के ग्रामीणों को रोजगार भी मिलता है।
- संयंत्र से लाभार्थी को स्वच्छ ईंधन और अच्छी खाद प्राप्त होती है।
- वायु प्रदुषण और बीमारी फैलने का खतरा कम हो जाता है।
- लकड़ी को ईंधन के रूप में जलाने के लिए लोग वनों के कटाव में कमी आएगी।
- जिस किसान/पशुपालक के पास 2 से 5 पशु हैं वह भी इस योजना का लाभ ले सकता है।
राष्ट्रीय बायोगैस योजना अनुदान राशि (Bio Gas Plant Subsidy)
Gobar Gas Plant/ Bio Gas Plant स्थापित करने हेतु जो अनुदान राशि जी जाती है, उसमें समय के अनुसार परिवर्तन कर दिया जाता है। वर्ष 2018-19 में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय दिल्ली द्वारा अनुदान राशि में बदलाव किया गया था। इस अनुदान में अपरिवर्तन के अनुसार सामान्य श्रेणी के हितग्राहियों के लिए 1 घ.मी. क्षमता के लिए 7500/- तथा 2 से 6 घ.मी. क्षमता के लिए 12,000/- का अनुदान दिया जाता है।
Gobar Gas Plant Subsidy
आदिवासी, अनुसूचित जाति के किसान एवं पशुपालक को 1 घ.मी. क्षमता के लिए 10000/- तथा 2 से 6 घ.मी. क्षमता के लिए 13,000/- का अनुदान दिया जाता है। इस केंद्रीय अनुदान के साथ ही राज्य सरकार द्वारा भी बायोगैस संयंत्र स्थापित करने के लिए अनुदान दिया जाता है। अलग-अलग राज्यों के लिए राष्ट्रीय बायोगैस विकास कार्यक्रम के तहत इस योजना की अनुदान राशि अलग-अलग निर्धारित की गई है। यदि आप इस योजना से जुड़ने के लिए अधिक जानकारी चाहते हैं तो अपने क्षेत्र के कृषि विभाग या कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क करें।
Leave a Reply