दीनदयाल किसान कल्याण योजना क्या है, उत्तराखंड किसान को बिना ब्याज पर लोन
Deen Dayal Sahkarita Kisan Kalyan Yojana: केंद्र सरकार ने किसान की आय को दोगुना करने के लिए कई बड़े निर्णय लिए हैं। प्रधानमंत्री की कई नई सरकारी योजना हैं, जिसमे माध्यम से किसानों की आर्थिक मदद की जा रही है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से प्रत्येक तिमाही किसान के खाते में DBT के माध्यम से दो हजार की राशि दी जा रही है। राज्य सरकार भी केंद्र सरकार के इस लक्ष्य को पूर्ण करने की कोशिश में कई बड़े कदम उठा रही है। उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार ने अपनी किसानों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहकारी किसान कल्याण योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों को बिना ब्याज के लोन दिया जाता है। दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना क्या है, इसके अंतर्गत किसानों को कितना ऋण (Loan) दिया जाता है, रजिस्ट्रेशन कैसे कर सकते हैं, आइए इस सरकारी योजना (Sarkari Yojana) से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी के बारे में जानते हैं।
Deen Dayal Sahkarita Kisan Kalyan Yojana Uttarakhand in Hindi
योजना का नाम | दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना |
राज्य | उत्तराखंड |
योजना की शुरुआत | वर्ष 2021 |
लाभ | बिना ब्याज पर लोन देना |
लाभार्थी | किसान, महिला, ग्रामीण सहयता समूह |
अधिकारिक वेबसाइट (Official website) | जानकारी नहीं है |

दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना क्या है?
लोन हेतु किसानों के लिए काफी योजना है, किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) के माध्यम से भी किसान कम ब्याज दर पर लोन ले सकता है, लेकिन दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत किसान को ब्याज मुक्त लोन दिया जाता है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा सहकारी किसानों हेतु इस योजना की शुरुआत की गई थी। दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत किसान को बिना किसी ब्याज पर 3 लाख रुपए का लोन दिया जाता है। वहीँ किसान समूहों हेतु 5 लाख की लोन राशि निर्धारित की गई है। योजना के माध्यम से लोन लेकर किसान स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बन सकता है।
इस सरकारी योजना का उद्देश्य
वर्ष 2022 तक केंद्र सरकार ने किसानों की आया को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पाने में राज्य सरकार भी किसानों के लिए योजनाओं का निर्माण कर रही है। इसी उद्देश्य से उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार ने दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना की शुरुआत की है। लोन लेकर किसान और ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार शुरू करना आसान हो जाएगा। योजना का लाभ छोटे और सीमांत किसानों, पशुपालकों, महिला और ग्रामीण विकास करने वाले हेल्प समूहों को ही दिया जाएगा। अक्सर ब्याज दर की वजह से कुछ लोग लोन लेने से कतराते हैं, इस योजना के माध्यम से ऐसे किसान बिना किसी परेशानी के लोन हासिल कर सकते हैं।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण लोन योजना का लाभ
- योजना को खास छोटे और सीमान्त किसानों के लिए तैयार किया गया है।
- किसान बिना कोई ब्याज दिए कॉपरेटिव बैंक से लोन ले सकता है।
- कॉपरेटिव बैंकों द्वारा अल्पकालीन फसली लोन के रूप में 1 लाख रुपए दिए जाते हैं।
- मध्यकालीन फसली लोन के रूप में 3 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है।
- किसानों के समूह को बिना ब्याज के 5 लाख तक का लोन दिया जाता है।
- दीनदयाल उपाध्याय किसान लोन योजना के तहत लोन लेने के पश्चात् 3 साल की समय सीमा के अंदर आप इसे चुका सकते हैं।
- किसानों की जरूरत के अनुसार कृषि के अलावा अन्य कार्य के लिए भी ऋण लिया जा सकता है।
- योजना के अंतर्गत किसानों के साथ-साथ ग्रामीण महिला (Mahila) स्वरोजगार हेतु भी लोन (Loan) दिया जाता है।
- उत्तराखंड राज्य की इस सराहनीय योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी।
- इससे किसानों की आय में भी इजाफा होगा।
Mahila Loan- ग्रामीण महिला विकास हेतु बांटे गए चेक
दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत महिला दिवस के मौके पर महिलाओं के लिए कार्य कर रहे महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप को 5-5 लाख रुपए का ब्याज मुक्त लोन दिया गया। महिला सशक्तिकरण हेतु 8 मार्च 2021 को 160 महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप उत्तराखंड (Uttarakhand के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा यह राशि प्रदान की गई।
FQA about Deen Dayal Sahkarita Kisan Kalyan Yojana
पंडित दीनदयाल उपाध्याय लोन योजना का Application form कहां मिलेगा?
उत्तराखंड की इस किसान लोन योजना के लिए किसी भी प्रकार का Application form या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं है। आप जिस भी कॉपरेटिव बैंक से लोन लेना चाहते हैं उसकी ब्रांच में जाकर योजना की जानकारी प्राप्त करें। दस्तावेज के अनुसार यदि आप सरकार की नजर में लोन लेने के पात्र होंगे तो आपको ऋण दे दिया जाएगा।
क्या उत्तराखंड दीनदयाल loan योजना के लिए लाभार्थी लिस्ट जारी होगी?
इस योजना के अंतर्गत किसान बैंक से लोन ले सकता है और किसान समूहों या अन्य ग्रामीण हेल्प ग्रुप के लिए लाभार्थी सूची तैयार की जाती है। कार्यक्रम के दौरान विधायक या मुख्यमंत्री लिस्ट के अनुसार लोन की राशि चेक या DBT के माध्यम से लाभार्थी तक पहुंचाते हैं।
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