आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना क्या है, शिल्पकारों / हस्त कारीगरों को कम ब्याज दर पर लोन
Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana 2022: देश में हर वर्ग को ध्यान में रखकर योजना को तैयार किया जाता है। गरीबों, मजदूरों व कृषकों से लेकर खिलाड़ी, कलाकारों व हस्तशिल्पकारों के लिए भी योजना बनाई जाती है। हस्तशिल्पकला प्राचीन कलाओं में से एक है, कुछ ही राज्य इस इन हस्त कलाओं का कार्य करते हैं। ख़ासकर पूर्वोत्तर के राज्यों में रहने वाले हस्त शिल्पकला के माध्यम से अपनी आजीविका को चलाते हैं। इन हस्त कारीगरों के लिए आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना शुरू की गई है। जिसके माध्यम से ऋण लेकर कारीगर अपने कार्य में विस्तार कर सकते हैं। आइए आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना से सम्बंधित लाभ, उद्देश्य, आवेदन समेत अन्य जानकारी के बारे में जानते हैं।
Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana 2022 Details in Hindi
योजना का नाम | आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना |
राज्य | पूर्वोत्तर के राज्य |
शुरुआत | 2021 |
लाभ | कम ब्याज दर पर लोन/ ऋण |
लाभार्थी | हस्त शिल्पकार / कारीगर |
अधिकारिक वेबसाइट (Official website) | www.nedfi.com |

आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना क्या है? ( Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana 2022)
ख़ास पूर्वोत्तर राज्य के हस्त कारीगरों के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रमुख वित्तीय संस्थान, पूर्वोत्तर विकास वित्त निगम लिमिटेड (एनईडीएफआई) ने आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना को प्रारंभ किया है। पूर्वोत्तर विकास वित्त निगम लिमिटेड असम के गुवाहाटी में दिसपुर स्थित मुख्यालय से वर्ष 2021 में योजना को प्रारम्भ किया गया। Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana का उद्घाटन करते हुए 17 हस्त शिल्पकारों को प्रति कारीगर 1 लाख रुपये की ऋण सहायता दी गई थी। इस योजना की मदद से हस्तशिल्पकारों को 1 लाख रुपये की ऋण सहायता दी जाएगी। 6% की रियायती ब्याज दर के साथ आप 2 वर्ष में लोन की राशि को अदा कर सकते हैं।
आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना का उद्देश्य
पूर्वोत्तर राज्य में हस्तशिल्प और शिल्पकारों की कारीगरी देखकर हर कोई अपने आप को तारीफ करने से नहीं रोक पाता। लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर व सही दिशा में गाइडेंस ना मिल पाने के कारण ये अपने कार्य में विकास नहीं कर पाते। इनका व्यवसाय व हुनर सीमित होकर रहे जाता है। छोटे स्तर पर काम करने वाले हस्तशिल्पकारों के व्यवसाय का विकास करने के उद्देश्य से पूर्वोत्तर विकास वित्त निगम लिमिटेड (एनईडीएफआई) ने आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना को प्रारंभ किया है।
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योजना का लाभ
- आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना (Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana 2022) की मदद से हस्तशिल्प और शिल्पकारों बढ़ावा देने के लिए उन्हें कम ब्याज दर पर ऋण मुहैया करवाया जाएगा।
- आवेदन करने वाले लाभार्थी को 1 लाख रुपए का लोन दिया जाएगा।
- इसमें 6% प्रति वर्ष की रियायती ब्याज दर है, जिसे आप 24 महीनों में चुका सकते हैं।
- समय पर लोन की राशि अदा करने पर ब्याज दर पर 1% का प्रोत्साहन दिया जाता है।
- योजना की मदद से पूर्वोत्तर राज्यों के हस्तशिल्प और शिल्पकार आत्मनिर्भर पाएंगे।
- इस योजना की मदद से शिल्पकारों को अपना व्यवसाय और हुनर बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- इससे नए हस्तशिल्पकरों को अपना कार्य शुरू करने में मदद मिलेगी।
आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना 2022 पात्रता
- पंजीकृत/अपंजीकृत हस्त शिल्पकार/व्यक्ति वैध योग्यता होना या किसी कला रूप से सम्बद्ध होना।
- किसी भी पूर्वोत्तर राज्य का मूलनिवासी होना अनिवार्य है।
- अन्य बैंक/वित्तीय संस्थान से कोई मौजूदा ऋण नहीं होना चाहिए।
Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana – दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मूल निवासी प्रमाण पत्र
- बैंक खाता सम्बंधित जानकारी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पहचान पत्र
आवेदन प्रक्रिया (Application Form)
आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना (Atmanirbhar Hastshilpkar Yojana) के अंतर्गत ऋण लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा नहीं दी गई है। आप इसके लिए सिर्फ ऑफलाइन आवेदन ही कर सकते हैं। भविष्य में यदि इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया को जोड़ा जाता है तो आपके साथ इस पोस्ट में जानकारी को जरूर साझा किया जाएगा। वहीँ ऑफलाइन माध्यम से आवेदन करने के लिए इच्छुक पात्र हस्त शिल्पकार पूर्वोत्तर विकास वित्त निगम लिमिटेड (एनईडीएफआई) के गुवाहाटी में पंजीकृत कार्यालय या फिर इसकी किसी भी अन्य शाखा के कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त कर आवेदन कर सकते हैं। योजना से सम्बंधित अधिक आप आधिकारिक वेबसाईट से प्राप्त का सकते हैं।
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